जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक से मुलाकात करने के लिए लेह लदाख से एडवाइजरी बोर्ड जोधपुर सर्किट हाउस से सेंट्रल जेल पहुंचा। वांगचुक की हिरासत के खिलाफ उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो ने राज्य सरकार, केंद्र सरकार और एडवाइजरी बोर्ड को एक रिप्रेजेंटेशन सौंपा था, जिसके बाद एडवाइजरी बोर्ड ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। एडवाइजरी बोर्ड के तीन सदस्य कल दिन में जोधपुर के सर्किट हाउस पहुंचे थे। इनमें एडवाइजरी बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व न्यायाधीश एमके हुजूरा एवं सलाहकार मंडल अध्यक्ष जिला जज मनोज परिहार, सामाजिक कार्यकर्ता स्पल जयेश अंगमों जोधपुर सेंट्रल जेल में ही वांगचुक पर NSA के संबंध में सुनवाई करने के लिए पहुंचे।
वांगचुक की ओर से राज्य, केंद्र सरकार और एडवाइजरी बोर्ड को हिरासत के आधार को चुनौती देने वाला रिप्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया था। उसकी पड़ताल के लिए एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य अब सेंट्रल जेल पहुंचे हैं। यहां से वांगचुक का पक्ष जानने के बाद अपनी पूरी रिपोर्ट तैयार करेंगे। हालांकि वांगचुक की पत्नि गीताजंलि को भी बुलाया गया है, लेकिन वो अभी पहुंची नहीं हैं।
हिंसा मेंकरीब 80 लोग हुए थे घायल
बता दें किबीती 24 सितंबर को लेह में प्रदर्शन के बाद भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि करीब 80 लोग घायल हुए थे। इसके बाद लेह पुलिस ने 26 सितंबर को वांगचुक को इस मामले में आरोपी मानते हुए हिरासत में लिया था। उसके बाद उसी दिन देर रात को लेह से जोधपुर की सेंट्रल जेल भिजवा दिया था।
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सांसद को मिलने की नहीं मिली अनुमति
उसके बाद से वे जेल प्रशासन की कड़ी सुरक्षा के बीच सेंट्रल जेल में बंद हैं। इससे पहले भी सीकर के सांसद अमराराम ने वांगचुक से मिलने का प्रयास किया था, लेकिन जेल प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी। इस बीच अब वांगचुक की पत्नी गीतांजलि ने ही सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मुलाकात की बात को स्वीकार किया है।



