बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 243 में से 202 सीटें जीत कर अपनी सरकार बना ली थी। सरकार गठन के पहले ही यह लगभग तय हो गया कि भारतीय जनता पार्टी कोटे से पूर्व मंत्री डॉ प्रेम कुमार बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष होंगे। उनके नाम पर वास्तव में मुहर लगेगी या नहीं लगेगी, अब यह साफ होने का समय आ गया है। बिहार विधानसभा में नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए सभी 243 सदस्यों को नामांकन के लिए आमंत्रित किया है। सत्ता पक्ष की ओर से नामांकन के साथ-साथ अब यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या 35 सीटों पर सिमटा विपक्ष भी इस पद के लिए कोई प्रत्याशी देगा? 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए के पास बहुमत था, फिर भी महागठबंधन ने अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी दिया था। बाद में, जब महागठबंधन की सरकार बनी थी तो बहुमत देखकर राष्ट्रीय जनता दल के अवध बिहारी चौधरी को वह कुर्सी आखिरकार मिल गई थी।
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जारी की गई अधिसूचना
बिहार विधान सभा के अध्यक्ष पद केनिर्वाचन के लिए एक अधिसूचना जारी की गई है।अधिसूचना के तहतबिहार विधान सभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली के नियम-9 के उप नियम (1) के अन्तर्गत महामहिमराज्यपाल नेबिहार विधान सभा के अध्यक्ष के निर्वाचन की तिथिनिर्धारित कर दीहै। यह तारीख 2 दिसंबर को तय की गई है।
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क्या लिखा है अधिसूचना में
अधिसूचना में लिखा है कि,”बिहार विधान सभा के अध्यक्ष का निर्वाचन02 दिसम्बरकोहोना हैऔर यदि आप इच्छुक हों तो निर्वाचन की तिथि के एक दिन पूर्व मध्याह्न के पहले तक अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए सचिव को सम्बोधित करते हुए इस आशय के प्रस्ताव की लिखित सूचना विहित प्रपत्र में दे सकते हैं कि सदन के कोई दूसरे सदस्य अध्यक्ष चुने जायें। ऐसी सूचना किसी तीसरे सदस्य द्वारा अनुमोदित रहनी चाहिए और सूचना में जिन सदस्य का नाम प्रस्तावित हो उनका वक्तव्य भी साथ में रहना अनिवार्य होगा कि वे निर्वाचित होने पर अध्यक्ष के रूप में काम करने को राजी हैं।”
जानिए किस पार्टी के पास कितने हैं विधायक
बिहार विधानसभा चुनाव मेंराज्य की 243 सीटों में से सबसे ज्यादा भाजपा के पास 89 विधायक हैं, जबकि जनता दल यूनाइटेड के पास 85 विधायक हैं। लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास ) के पास 19 विधायक हैं। जीतनराम मांझी की हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के पास पांच विधायक हैं, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के पास चार विधायक हैं। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल के पास सिर्फ 25 विधायक हैं।कांग्रेस के पास 6 विधायक हैं।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन के पास दो विधायक हैं।इंडियन इन्क्लुसिव पार्टी, माकपा और बहुजन समाज पार्टी के पास एक-एक विधायक हैं। असदुद्दीन औवेसी की पार्टी एआईएमआईएम के पांच विधायक हैं।



