Monday, November 17, 2025
No menu items!
.
HomeBihar NewsBihar: राजद समर्थकों की धमकी भरे गीतों की सोशल मीडिया पर भरमार,...

Bihar: राजद समर्थकों की धमकी भरे गीतों की सोशल मीडिया पर भरमार, खेसारी के आपत्तिजनक गीत पर 2.8 करोड़ व्यूज

भईया के आबे दे सत्ता रे, कट्टा सटा के उठा लेबऊ घरा से रे, घरे-घरे से चलतउ राइफल का दाना, यादव के नाम से ना केस लेतउ थाना, मार देहिब गोली त छेदत निकली, इहां अहिरे के चलल बा अहिरे के चली। ये उन कुछ गानों के बोल हैं, जिसमें एक जाति विशेष की ओर से राजनीतिक विरोधियों को घर से उठा लेने, हत्या करने जैसी सीधी धमकी दी जा रही है।

ये गाने न सिर्फ राजद समर्थक चुनाव प्रचार में बजा रहे हैं, बल्कि यूट्यूब पर ऐसे आपत्तिजनक गीतों की भरमार हैं। इनमें से एक गाना…अहिरे के चली राजद उम्मीदवार खेसारी लाल का भी है, जिसके यूट्यूब पर 2.8 करोड़ व्यूज हैं। यूट्यूब पर 13 दिन पहले अपलोड किए गए गांधी लाल यादव के गाने के बोल हैं भईया के आबे दे सत्ता रहे उठा लेबौ घरा से ले। इस गाने को खबर लिखे जाने तक 37 हजार व्यूज मिले हैं।

वीडियो में राइफल उठाए यादव बंदूक से फायर कर गाना गाते दिख रहे हैं। महेश हलचल के लालूजी के लालटेन तेजस्वी जी के तेल टाइटल वाले गाने में पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री चिराग को सीधे धमकी दी गई है। गाने के बोल हैं-मार देबौ माचिस हेलिकॉप्टर जर जैतो रे, धुंआं-धुआं हो जैतो रे। इस वीडियो के 2.4 करोड़ व्यूज हैं। इन गानों में गायक और कोरस में उनका साथ देने वाले हरे गमछे में हैं। ये या तो तेजस्वी की जीत का दावा कर रहे हैं या फिर उनकी जीत के बाद की स्थिति बयां कर रहे हैं।

ऐसे ही दर्जनों गाने सोशल मीडिया, यूट्यूब पर वायरल हैं, जिनमें सीधे-सीधे धमकी दी गई है। मसलन पावर होला खाली ई अहीर में टाइटिल सॉन्ग, जिसके गायक टुनटुन यादव की एक पंक्ति है- सिक्सर का मारब छाती में, खाली इ पावर बा यादव जाती में। इसके अलावा यूट्यूब पर 8.9 लाख व्यूज वाले गाने की पंक्ति है-बन जो छौड़ी तेजस्वी यादव के जान, केसवा लड़ै में हो जैतो आसान।

पीएम ने बनाया मुद्दा, कहा-अभी से घर से उठाने की दे रहे धमकी

समस्तीपुर में चुनाव प्रचार का आगाज करते हुए पीएम ने आपत्तिजनक गीतों को जंगलराज की आहट बताया। उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस का यह लठबंधन अभी से छर्रा, कट्टा, दुनाली के जरिये घर से उठाने की धमकी देने लग गए। इनका प्रचार इन्हीं धुनों पर चल रहा है। बदनियती लठबंधन वाले पुराने जंगलराज का दिन वापस लाने का प्रचार कर रहे हैं। माताओं-बहनों के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए इस चुनाव में भी जंगलराज वालों का डब्बा गोल करना है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments