पूर्णिया के चुनावी मैदान में अब असली रेस शुरू हो चुकी है। लगातार तीन दिन शांत रहने के बाद, शुक्रवार (पांचवें दिन) को नॉमिनेशन का सैलाब उमड़ पड़ा। 18 धाकड़ प्रत्याशियों ने एक ही दिन में अपना पर्चा दाखिल किया, जिससे सभी सीटों पर अब नेक-टू-नेक फाइट की तस्वीर साफ हो गई है। एनडीए ने शुक्रवार को अपनी पूरी ताकत झोंक दी, जिसमें 6 प्रमुख उम्मीदवार शामिल रहे। लेकिन साथ ही निर्दलीयों ने भी ज़ोरदार चुनौती पेश की।नामांकन करने वालों में एनडीए (6), जनसुराज (2), एआईएमआईएम (2), बसपा (2) और 6 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल रहे।
धमदाहा विधानसभा से वर्तमान विधायक और मंत्री लेसी सिंह (जदयू) ने छठी बार मैदान में उतरते हुए नॉमिनेशन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताया और खुद को जनता का सेवक बताया। रूपौली विधानसभा सीट निर्दलीय विधायक शंकर सिंह ने नॉमिनेशन करते हुए खुली चुनौती दी। उन्होंने ऐलान किया कि उनकी टक्कर खुद से है और उनके सामने जो भी प्रतिद्वंद्वी आएगा, वह धुएं की तरह उड़ जाएगा। जदयू से कलाधर मंडल और जनसुराज से अमोद मंडल ने भी पर्चा भरा। वहीं कसबा में बीजेपी को झटका देकर तीन बार के पूर्व विधायक प्रदीप दास ने निर्दलीय उतरकर अपनी पुरानी पार्टी भाजपा पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया। हम के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र यादव ने भी निर्दलीय उतरकर चुनौती बढ़ा दी है।
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पूर्णिया सदर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक विजय खेमका ने नॉमिनेशन किया। उन्होंने विकास की बयार और एयरपोर्ट का ज़िक्र करते हुए जीत की हैट्रिक लगाने का विश्वास जताया। उनकी जीत से मंत्री बनना तय माना जा रहा है। अमौर विधानसभा यह मुस्लिम बहुल सीट भी हॉट रही। AIMIM के प्रमुख नेता अख्तरूल ईमान और एनडीए से सबा जफर (जदयू) ने पर्चा भरा। दोनों ही प्रत्याशियों ने अपनी पक्की जीत का दावा किया। बनमनखी विधानसभा सीट से भाजपा के पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ऋषि ने पाँचवीं बार नॉमिनेशन किया और पार्टी के विश्वास को जीत में बदलने की बात कही। जनसुराज से मनोज कुमार ऋषि भी मैदान में हैं। बायसी सीट से भाजपा से विनोद यादव, AIMIM से गुलाम सरवर, और बसपा से रविंद्र कुमार सिंह ने पर्चा भरकर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है।