गया जी जिले के चाकंद हाई स्कूल में AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान चुनावी सभा को संबोधित किया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले इस बार विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी होंगे। अपने वोट के जरिए अपनी पार्टी को कायमाब कीजिए। भारत के संविधान में समानता का अधिकार दफा 14 है। अगर बराबरी, समानता चाहते हैं तो हमको अपने वोट से अपने नेता को विधायक बनाकर विधानसभा में भेजना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि अगर इस पैगाम को हम लोग समझ जाएंगे तो यह कोई नई बात नहीं है। भारत के संविधान के दफा 14 की बात कर रहा हूं। इस लड़ाई के लिए आपकी जरूरत है। हम लोग सिर्फ वोट डालने वाले बनकर रह गए हैं। पिछले 60 साल से हम लोग सिर्फ वोट डालकर घर में जाकर सो जाते रहे हैं। आपको सिटीजन और शहरी बनना है। हमारा हाल 60 साल से इन जालिमों ने बना रखा है कि सिर्फ वोट डालो और सब हम पर छोड़ दो। लेकिन मैं कह रहा हूं वोट भी डालो और जिम्मेदारी अपने हाथ में लो। नेता बनाना है। पटना में बैठने वाला नेता जालिम नेता है। उसको सिर्फ दुश्मनी करके पसमांदा रखने की साज़िश के तहत गरीब बनाया गया। हमारे बच्चों को तालीम के मौके नहीं दिए। यहां के नौजवानों का पलायन होता है, कोई नीति नहीं बनाई जाती है।
सेकुलरिज्म के नाम पर सिर्फ हम ही होते हैं
ओवैसी ने कहा कि अब चुनाव आ गया है तो इन जालिमों की जुबान से सुनेंगे किसेकुलरिज्म के लिए वोट दे रहे हैं,लेकिन तुमने क्या दिया? सेकुलरिज्म के नाम पर तो सिर्फ हम ही होते हैं, तुम कहां होते हो। जब पूछते हैं कि भाजपा को वोट दिया तो कहते हो नहीं दियातो फिर ये पार्टीकायमाब कैसे हो रही है? जहां हम नहीं खड़ेहोते हैं, वहां भी भाजपा को नहीं हराते आप लोग। अपनी ताकत को बढ़ाना है तो अपने वोट का इस्तेमाल AIMIM को दें। कोई भी इमारत एक से दो महीने में तामील नहीं होती है, अगर अपने घर को बनाते हो तो बुनियाद को मजबूत करते हो। सियासतकरनेकोई हैदराबाद से नहीं आता है, इसके मालिक आप होंगे। इंसाफ की लड़ाई, बराबरी की लड़ाई में आपको साथ देना है।
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तेजस्वी पर बरसे
उन्होंने मुंबई ट्रेन हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि मुंबई के ट्रेन में तीन लोगों को RPF ने गोली मारकर हत्या कर दी, जिसमें एक मृतक हैदराबाद का था। सरकार से मुआवजा और मकान दिलवाया। तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम थे तो उन्होंने कुछ नहीं दिया। सिर्फ जिंदाबाद करते तो भाजपा जीतकर जाती है। किसी रेलवे स्टेशन के कुली नहीं हैं कि इन जालिमों का बोझ अपने कंधे पर उठाकर लेकर जाएं।
हमारे दादा और परदादा ने इनको बोझ समझकर उठाया और इन्होंने हमारी कुर्बानियों पर लाशों पर महल बना दिया।औवेसी ने आगे कहा कि 15 साल लालू के परिवार को, 15 साल नीतीश को दिया। अपनी जवानी को इन जालिमों के पीछे बर्बाद कर दिया। कम से कम इस विधानसभा चुनाव में अपने बच्चों को देखो। बिहार की 60% आबादी में 25% नौजवान हैं। मैं तुम्हारी लड़ाई लड़ रहा हूं, मैं हैदराबाद से कोई हैदराबादी को खड़ा नहीं कर रहा हूं। आपके वोट लेकर जमीन का सौदा नहीं कर रहा हूं। यह लड़ाई आपकी है।
काला कानून बनाकर मजहबी साख पर हमला
ओवैसी ने कहा कि चिराग पासवान और कुशवाहा साहब ने मिलकर भारत में ऐसा काला कानून बनाया कि भारत का जो संविधान भीमराव अंबेडकर ने बनाया था, उसके खिलाफ बनाया। उस कानून के जरिए मस्जिदों को, दरगाहों को, खानकाहों और कब्रिस्तानों को हासिल करना चाहती है। इन तरह का कानून बनाकर हमारा मजहबी साख को खतरे में डाल दिया है। समानता की बात होती है तो उस मजहब के मानने वाले उसका सदस्य बन सकते हैं मगर मुसलमान के वक्फ बोर्ड में गैरमुस्लिम भी सदस्य बन सकता हैयह कानून मोदी, नीतीश कुमार ने बनाया है।
उन्होंने नीतीश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार के राज में भ्रष्टाचार आम हो चुका है। आवास योजना, पेंशन के लिए पैसा मांगा जाता है। नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की सरकार ने भ्रष्टाचार को आम कर दिया है। दिल्ली में बैठकर मोदी बोलते हैं कि ना मैं खाऊंगा और न खाने दूंगा। मगर बिहार में गरीबों का खून चूस रहे हैं।
Source – Amar Ujala



