मुखिया संघ ने स्थानीय राजनीति में विद्रोह का एलान कर दिया है। संगठन ने वर्तमान विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ बिगुल फूंक दिया गया है। मुखिया संघ का साफ तौर पर कहना है कि अगर पार्टी राघवेंद्र प्रताप सिंह को इस बार भी टिकट देती है तो वे सभी मिलकर उन्हें हराने का काम करेंगे।
बसंतपुर मुखिया सुजीत कुमार सिंह कहा कि वे भाजपा के वोटर बने रहेंगे, पर राघवेंद्र को समर्थन नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में विकास कार्यों की धीमी प्रगति और पारदर्शिता की कमी को नाराजगी एक बड़ा कारण है। हमलोग लगभग 40 हजार वोट को प्रभावित कर सकते है। यह चेतावनी पार्टी नेतृत्व के लिए संकेत है कि स्थानीय शिकायतों पर ध्यान देना होगा।
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बागीपाकड़ के मुखिया समीर कुमार सिंह ने कहा कि पार्टी को भाजपा के सिपाही में से ही किसी अन्य को उम्मीदवार बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों की राय ली जाएगी। वहीं मुखिया संघ के बयान के बाद क्षेत्रीय राजनीतिक तापमान बढ़ गया है और आगामी चुनावों में इसका असर दिखेगा। संघ ने कहा कि अगर समस्याओं का त्वरित समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन की चेतावनी दी गई है।