सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ का एक गंभीर मामला सामने आया है। पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय बैठनिया में कार्यरत बीपीएससी चयनित शिक्षिका गंगा कुमारी पर हाजिरी बनाकर विद्यालय से गायब होने का आरोप लगा है। मामला उजागर होते ही शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है और 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
बताया जा रहा है कि 18 दिसंबर, गुरुवार को शिक्षिका ने सुबह विद्यालय पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, लेकिन इसके बाद बिना किसी सूचना या अनुमति के विद्यालय से निकल गईं। जिस समय कक्षा में बच्चों को पढ़ाया जाना चाहिए था, उसी समय शिक्षिका बेतिया शहर में घूमती हुई सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गईं। वीडियो सामने आने के बाद यह मामला महज लापरवाही नहीं, बल्कि कर्तव्य से मुंह मोड़ने का प्रतीक बन गया। वीडियो वायरल होने पर जब शिक्षिका से सवाल किए गए, तो वे कोई संतोषजनक जवाब देने के बजाय चुप्पी साधते हुए जल्दबाजी में विद्यालय लौट गईं।
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यह दृश्य उन बच्चों के सवालों को और गहरा कर गया, जो रोज़ उम्मीद लेकर स्कूल आते हैं। इस पूरे मामले को लेकर बैठनिया गांव निवासी विजय राम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखित शिकायत दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षिका अक्सर हाजिरी बनाकर गायब हो जाती हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक ही जब जिम्मेदारी से भागेंगे, तो बच्चों का भविष्य कैसे संवरेगा? विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अब्दुल रहमान ने भी घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि 18 दिसंबर को शिक्षिका करीब 11 बजे बिना सूचना दिए विद्यालय छोड़कर चली गई थीं।
उन्होंने इसे स्पष्ट रूप से अनुशासनहीनता बताते हुए कहा कि इस तरह की लापरवाही से न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई, बल्कि पूरे विद्यालय की गरिमा को ठेस पहुंचती है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हफ्फिजुर रहमान ने कहा कि मामला गंभीर है और शिक्षिका से मांगे गए स्पष्टीकरण के आधार पर आगे की विभागीय कार्रवाई तय की जाएगी। उन्होंने साफ संदेश दिया कि ड्यूटी में लापरवाही और बच्चों की पढ़ाई से खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस त्वरित कार्रवाई के बाद प्रखंड के अन्य शिक्षकों में भी हलचल है। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि विद्यालय केवल हाजिरी लगाने की जगह नहीं, बल्कि बच्चों के सपनों की नींव है और इस जिम्मेदारी से भागने वालों पर सख्त कार्रवाई तय है।



