Patanjali Swasari vati benefits in hindi-: आप अगर श्वसन संबंधी रोग से ग्रस्त हैं या फिर आपके फेफड़े सही से काम नहीं कर रहे हैं, तो उस स्थिति मे पतंजलि दिव्य फ़ार्मेसी कि शुद्ध शाकाहारी और पूरी तरह से आयुर्वेदिक श्वासारि वटी आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है ।
आपको याद हो तो पिछले वर्ष ही पतंजलि ने कोरोना से दो-दो हांथ करने के लिए कोरोनिल नामक किट को मार्केट में उतारा था , श्वासारि वटी उसी कोरोनिल किट का एक अहम हिस्सा है ।
श्वासारि वटी खाने के क्या फायदे हैं ?
Table of Contents
श्वासारि वटी उनलोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें
- सर्दी जुकाम या खांसी है।
- किसी भी प्रकार के खांसी हो (सुखी या गीली)
- अस्थमा कि शिकायत है
- टी.बी के रोगियों के साथ हीं Respiratory Disorder के मरीजों के लिए भी श्वासरि वटी का सेवन लाभदायक होता है ।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए भी यह दवा कारगर है
सर्दी और जुकाम में
मौसम में परिवर्तन के साथ हीं अक्सर सर्दी और जुकाम का संक्रमण बढ़ जाता है, प्रायः ऐसे में लोग त्वरित राहत के लिए एलोपैथिक दवाओं का सहारा लेते हैं। एलोपैथिक दवाओं से तत्काल आराम तो मिल जाता है लेकिन भविष्य में इन दवाओं को अधिक मात्रा में सेवन करने से कई प्रकार की मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है।
आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता उन दवाओं के लिए कमजोर होती जाती है जिनका सेवन आप सर्दी, जुकाम होने पर करने के आदि हो चुके होते हैं। फिर आपको और अधिक पावर की दवाओं का सेवन करना पड़ता है यह प्रक्रिया ऐसे हीं निरंतर चलती रहती है।
इन सभी समस्याओं से बचने के लिए सर्दी जुकाम होने पर पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी का उपयोग करें, यदि 4 से 5 दिनों में सर्दी और जुकाम से आराम नहीं मिलता है तब किसी डॉक्टर की सलाह से एलोपैथिक दवा लें, लेकिन ज्यादा संभावना है कि आपको इसकी आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
किसी भी प्रकार कि खांसी में
जैसे नई-नई शादी में दुल्हन के साथ कुछ दिनों के लिए दुल्हन का छोटा भाई या साला भी अपनी बहन के ससुराल आ जाता है ठीक वैसे हीं सर्दी और जुकाम के साथ खांसी होना भी स्टार्ट हो जाता है, कभी खांसी बलगम वाली होती है कभी सुखी खांसी होती है। दोनों हीं परिस्थितियों में पतंजलि श्वासारि वटी आपके लिए फायदेमंद है।
अस्थमा और टीबी के मरीजों के लिए भी लाभकारी है श्वासारि वटी
ऐसा देखा गया है कि नए और पुराने अस्थमा और टीबी के मरीजों के लिए भी श्वासारि वटी का सेवन अत्यधिक फायदेमंद होता है। इस पर कोई वैज्ञानिक शोध तो नहीं हुआ है लेकिन जिन लोगों ने इस आयुर्वेदिक दवा का सेवन टीबी और अस्थमा जैसी बीमारियों मे किया है उनके व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर यह दावा किया जाता है, आप भी ऑनलाइन कई जगह ऐसे लोगों का रीव्यू पढ़ सकते है जिन्हे अस्थमा और टीबी में पतंजलि श्वासारि वटी के सेवन से लाभ पहुंचा है। श्वासारि वटी आपके फेफड़ों को मजबूत बनाता है जिससे कि अस्थमा और टीबी जैसे रोगों में इसका उपयोग लाभकारी होता है।
इसके साथ हीं श्वासारि वटी Respiratory Disorder से पीड़ित लोगों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। श्वासारि वटी में मौजूद इंग्रेडिएंट्स जैसे कि मुलेठी, रुदंती , सौंत , छोटी पीपल , गोदन्ती भस्म, अभ्रक भस्म, स्फटिक भस्म, प्रवाल पिष्टि, मारीच, लवंग , तानन भस्म, अकरकरा इत्यादि आपके शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायता करते हैं।
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श्वासारि वटी के Ingredients
श्वासरी वटी में कौन-कौन से जड़ी बूटियों का प्रयोग किया जाता है आइये इसपर भी एक सरसरी निगाह डाल लेते है ।
काकड़ासिंगी, कपर्धक भस्म , मुलेठी, रुदंती , सौंत , छोटी पीपल , गोदन्ती भस्म, अभ्रक भस्म, स्फटिक भस्म, प्रवाल पिष्टि, मारीच, लवंग , तानन भस्म, अकरकरा ।
श्वासारि वटी का इस्तेमाल कैसे करें ?
- गर्म पानी या गर्म दूध के साथ इसका सेवन करना फायदेमंद होता है ,और यदि गर्म पानी के साथ सेवन करेंगे तो और भी बेहतर परिणाम आपको मिलेगा।
- यदि आप वयस्क हैं तो प्रतिदिन 2 गोली का सेवन करें , 5 से 15 वर्ष के बच्चे प्रतिदिन 1 गोली का सेवन कर सकते हैं। यदि बच्चा 5 वर्ष से छोटा है तो किसी शिशु रोग विशेषज्ञ कि सलाह लेकर हीं उसे श्वासारि वटी का सेवन कराएं ।
नोट- वयस्कों में आवश्यकता के अनुसार इसका डोज़ घटाया या बढ़ाया जा सकता है
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श्वासारि वटी का सेवन कब नहीं करें
- अगर आपको श्वासारि वटी के किसी घटक से एलेर्जी है तो इसका सेवन नहीं करें ।
- मदिरापान या धूम्रपान करने के बाद इसका सेवन नहीं करें
- गर्भवती महिलाएं चिकित्सक के परामर्श के बाद हीं इसका सेवन करें।
श्वासारि वटी कितने दिनों में अपना असर दिखाता है ?
- सर्दी , खांसी, कफ या जुकाम जैसी बीमारियों में 10 से 15 दिनों के अंदर आपको इसका फायदा दिखने लगेगा
- अस्थमा जैसी गंभीर और पुराने रोगियों को 2 से 3 महीने मे इसका फायदा दृष्टिगोचर होने लगेगा।
क्या पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी का सेवन स्तनपान कराने वाली महिलाओं को करना चाहिए ?
हाँ, यदि आप किसी भी श्वांस संबंधी बीमारी से ग्रस्त है या फिर सर्दी-जुकाम छूटने का नाम नहीं ले रहा है तो आप इसका सेवन कर सकते हैं, लेकिन यदि आपको पहले से अन्य कोई गंभीर रोग है तो एक बार किसी डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर लें।
श्वासारि वटी का Price कितना है ?
श्वासारि वटी का 80 टैबलेट वाला पैक मार्केट में 120 रु में उपलब्ध है, यह आपको आसानी से अपने नजदीकी पतंजलि स्टोर पर उपलब्ध हो जाएगा। यदि आप चाहें तो ऑनलाइन भी ऑर्डर देकर श्वासारि वटी मँगवा सकते हैं ।
श्वासारि वटी के साइड एफ़ेक्ट्स (Side Effects)
प्रिय पाठको अबतक कोई भी ऐसा रिसर्च या रिपोर्ट नहीं है जिसमें श्वासारि वटी के side effects को बताया गया हो । श्वासारि वटी के विषय में इस पोस्ट में लिखी गई सभी जानकारियां इस दवा का प्रयोग करने वाले लोगों के Review , निजी अनुभव और पतंजलि द्वारा किए गए दावों के आधार पर दी गईं हैं।
अगर आप भी इस पोस्ट में श्वासारि वटी के बारे में अपने अनुभवों को हमारे साथ साझा करना चाहते हैं तो हमे कमेंट बॉक्स मे कमेंट के माध्यम से या फिर हमारे Contact Us पेज पर जाकर दिये गए ईमेल पर मेल अवश्य करें ।
निष्कर्ष
मैं आपको यह बता दूँ कि मैं कोई बाबा रामदेव का बहूत बड़ा प्रशंसक नहीं हूँ और ना हीं मुझे श्वासारि वटी को प्रमोट करने से कुछ लाभ होने वाला है। कोरोना के इस दौर में अगर अपने देश कि पुरातन और प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद से अगर आपको कुछ लाभ हो सके तो इसमे हर्ज़ क्या है? जड़ी बूटियों के वैज्ञानिक फायदे और नुकसान से आज हम सभी वाकिफ हैं। अति किसी भी पदार्थ का हो वह नुकसानदायक होता है। इसलिए संतुलित मात्र में इन आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करें और इसके चमत्कारी फ़ायदों का लाभ उठाएँ।
श्वासारि वटी का सेवन आपके लिए लाभकारी तो है लेकिन इन्सानों कि ही तरह दवाओं कि भी अपनी सीमाएं होती है इसलिए ज्यादा परेशानी या तकलीफ होने पर डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।
अनुराग आनंद
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