पप्पू यादव और उनकी पार्टी JAP को बिहार में चुनावों में भलें ही सफलता नहीं मिलती है, लेकिन अपने कारनामों से पप्पू यादव बिहार और बिहार की राजनीति में लगातार चर्चा में बने रहते हैं।
पटना में भारी जल जमाव से लेकर पिछले वर्ष से लेकर अबतक कोरोना महामारी की आपदा में पप्पू यादव हमेशा लोगों की मदद करने में सबसे अगली पंक्ति में नजर आने वाले नेताओं में से एक हैं, या यूं भी कह सकते हैं की बस वही एक हैं।
एक बार फिर पप्पू यादव चर्चा में हैं, मामला राजीव प्रताप रूड़ी के संसदीय क्षेत्र सारण का है, जहां कल पप्पू यादव अचानक से धमक पड़े और इस महामारी में धूल फांक रही कम से कम 25 एंबुलेंस का एक विडियो जारी किया।
विडियो में साफ दिख रहा था कि इस कोरोना महामारी के भयावह और खौफनाक दौर में जहां एक एक एंबुलेंस का प्रयोग लोगों कि जान बचाने के लिए किया जाना चाहिए था वह ऐसे ही धूल फाँकती हुई खड़ी है।
ये सभी एंबुलेंस राजीव प्रताप रुड़ी के हीं सांसद निधि का इस्तेमाल कर खरीदे गए थे। इन सभी एंबुलेंस का उपयोग अलग-अलग पंचायतों में किया जाना था, लेकिन इसे प्रशासन कि लापरवाही कहें या उसकी गैरजिम्मेदारी कि वह महामारी के समय भी इसका उपयोग नहीं कर पा रही है।
कल पप्पू यादव के गंभीर आरोपों का जवाब देने मैदान में राजीव प्रताप रुड़ी भी उतरे और उन्होने कहा कि ये सभी एंबुलेंस ड्राईवर कि कमी के कारण यहाँ खड़े हैं, उन्होने पप्पू यादव पर हमलावर होते हुए यह भी कहा कि पप्पू यादव को बस अपनी राजनीति चमकानी है, अगर पप्पू यादव को राजनीति करनी हीं है तो मधेपुरा में करें, सारण कि जनता इससे प्रभावित नहीं होने वाली है । इसके साथ हीं रुड़ी ने पप्पू यादव को खुला चैलेंज भी दे दिया कि अगर पप्पू यादव सारण कि जनता कि सेवा हीं करना चाहते हैं तो ड्राईवर ले कर आयें और सभी खड़ी एंबुलेंस को चलवाएँ, और सारण कि जनता कि सेवा करें।
पप्पू यादव भी कहाँ पीछे रहने वाले थे, आज एक प्रेस कौन्फ्रेंस करते हुए पप्पू यादव लगभग 40 लाईसेंस धारी ड्राईवर को लेकर सामने आ गए और उन्होने कहा कि बताइये कहाँ भेजना है ड्राईवर इसके साथ हीं पप्पू यादव ने रूड़ी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।
पप्पू यादव ने कहा कि ये एंबुलेंस बदले कि भावना से उन पंचायतों से वापस ले लिए गए जहां चुनाव के दौरान वहाँ के मुखिया ने रुड़ी जी को वोट नहीं दिलवाया, पिछले 13 महीनों से ये एंबुलेंस ऐसे हीं खड़े हैं, जिस एंबुलेंस को हॉस्पिटल के अधीन होना चाहिए वह सांसद के कब्जे में है।
देश का लोकतन्त्र सबको सब जगह जाने का इजाजत देता है इसके साथ हीं पप्पू यादव ने कहा कि मेरा घर मधेपुरा नहीं बिहार है और हम बिहारी हैं, जब मोदी जी बनारस आकार राजनीति कर सकते है तो हम छपरा क्यों नहीं जा सकते हैं? उन्होने राजीव प्रताप रुड़ी को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हम भाई हैं धमकी मत दीजिये हम छपरा भी लड़ सकते है और सीवान भी, हम पटना और गोपालगंज भी लड़ सकते हैं। जो हर पल शमशान जाने कि तयारी करे वह ब्यक्ति राजनीति क्या करेगा?’
“जितना रुड़ी जी और सब मिलकर लूटते हैं उतना हम एक दिन में बांटते हैं।“ पप्पू यादव ने राजीव प्रताप रुड़ी को अनुकंपा पर जीतने वाला नेता बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राजीव प्रताप रुड़ी के खिलाफ जांच करवाने कि मांग भी की।
जब बिहार का प्रतिपक्ष सरकार को सिर्फ अपने ट्वीट्स और बयानों से घेरने में लगा हुआ है तो वहीं पप्पू यादव लोगों के बीच रहकर सड़क से लेकर अस्पताल तक और समाचार से लेकर शमशान तक बिहार के मुख्य विपक्षी पार्टी के कर्तव्यों को भली भांति निभाते हुए नज़र आ रहे हैं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इतने विवादों के बाद भी क्या छपरा में धूल फाँकती एंबुलेंस सड़क पर आम लोगों कि सहायता के लिए उतार पाती है या नहीं।