बिहार में सियासत का तापमान हर दिन नए शिखर को छू रहा है। अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ आज पहुंचा है सीवान की ऐतिहासिक धरती पर, जहां बहती है राजनीति की अपनी अनोखी धारा। 14 अक्तूबर की सुबह, सीवान की गलियों, चाय की दुकानों और खेतों में हमने सुनी जनता की बेबाक राय। कौन है जनता के दिल में? किसके पक्ष में उठ रही है लहर? जानिए, सीवान की राजनीति का मूड, उम्मीदों की जुबान और जनता के मन की बात, सिर्फ अमर उजाला के ‘सत्ता का संग्राम’ में, जहां हर आवाज बनेगी लोकतंत्र की कहानी।
स्थानीय निवासी सुनील कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में अच्छा काम किया है। उन्होंने शराबबंदी लागू करके सही कदम उठाया है। हालांकि सीवान में लोग अभी भी थोड़े असमंजस में हैं। वहीं, पवन कुमार ने कहा कि बिहार की राजनीति अब भी जाति पर टिकी हुई है, और टिकटों का बंटवारा भी उसी के आधार पर किया जाता है।
वहीं, अनिल कुमार ने कहा कि अभी तक बिजनेसमैन के लिए कोई खास काम नहीं हुआ है। ज्यादातर काम सिर्फ फाइलों तक ही सीमित रहते हैं। सीवान की राजनीतिक स्थिति पर उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने पिछले 20 वर्षों में जितना विकास करना था, वह कर लिया है, अब लोग आगे बढ़ना चाहते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए की ओर से जिस उम्मीदवार का नाम सामने आ रहा है, वह लोगों के दिल में जगह नहीं बना पा रहे हैं। मुद्दों की बात करें तो अनिल कुमार ने शिक्षा पर ज्यादा काम करने की जरूरत बताई और साथ ही कहा कि यहां बिजली की समस्या का समाधान भी जरूरी है।