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Tulsi ghan vati ke Fayde aur Nuksan

तुलसी मे मौजूद औषधीय गुणों के कारण इसे सभी जड़ी बूटियों की रानी कहा गया है। हमारे प्राचीन आयुर्वेदिक और वैदिक धर्मग्रंथों में तुलसी के पौधे को पूज्यनीय और जीवन के लिए अमृत माना गया है।

Tulsi ghan vati ke Fayde aur Nuksan– तुलसी मे मौजूद औषधीय गुणों के कारण इसे सभी जड़ी बूटियों की रानी कहा गया है। हमारे प्राचीन आयुर्वेदिक और वैदिक धर्मग्रंथों में तुलसी के पौधे को पूज्यनीय और जीवन के लिए अमृत माना गया है। तुलसी की घनवटी भी तुलसी के समान हीं अनेक औषधीय गुणों से भरपूर है। तुलसी घनवटी (Tulsi Ghanvati) की बात करे तो यह तुलसी के पत्तों के extract से बनी होती है, extract को हिन्दी में घन कहते हैं इसलिए तुलसी के घन से बने Tablets यानि कि वटी को तुलसी घनवटी कहते हैं।

तुलसी घनवटी एवं तुलसी के कुछ महत्वपूर्ण फायदे (Tulsi ghan vati ke Fayde)

  • यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है।   
  • सर्दी खांसी और जुकाम में फायदेमंद है।  
  • कफ या बलगम से मुक्ति दिलाने में सहायक है।   
  • मानसिक थकान या तनाव से छुटकारा दिलाने में सहायक है।  
  • लिवर के लिए फायदेमंद।
  • डायबिटिक मरीजों के लिए शरीर में मौजूद शुगर को कम करने में फायदेमंद।  
  • यदि सांस लेने में तकलीफ हो तो तुलसी या तुलसी घनवटी का सेवन करने से आराम मिलता है।  
  • पेट दर्द से राहत दिलाने मे कारगर।
  • गठिया, जोड़ो के दर्द एवं सूजन में आराम दिलाता है।  
  • किडनी के स्टोन को खत्म करने में कारगर।
  • त्वचा, लिवर, मुंह और फेंफड़ों के कैंसर को रोकने में मदद करता है।
  • आपके दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ्य रखने मे सहायक।    
  • Fatty Liver की समस्या में कारगर।
  • बदन दर्द या मांसपेशियों के दर्द मे राहत पहुंचाता है।  
  • किसी भी प्रकार के एलेर्जी में लाभदायक।

Tulsi ghan vati ke Fayde aur Nuksan– तुलसी के सेवन के कई फायदे हैं उपर उनमे से कुछ महत्वपूर्ण फ़ायदों के विषय में बताया गया है। तुलसी के पौधे और पत्तियों में एंटी बायोटिक ,एंटी बैकटेरियल, एंटी ऑक्सीडेंट के साथ हीं  एंटी एलेर्जिक गुण भी पाये जाते है, जिसके कारण यह जीवाणु जनित रोग अथवा वायरस से होने वाले रोगों के प्रभाव को खत्म कर देता है अथवा कम कर देता है।

Tulsi ghan vati ke Fayde aur Nuksan

तुलसी घनवटी को सेवन करने कि विधि

ज़्यादातर मामलों में तुलसी घनवटी गुनगुने पानी के साथ या फिर गुनगुने दूध के साथ लिया जाना फायदेमंद होता है।

सुबह सुबह खाली पेट तुलसी घन वटी का सेवन करना चाहिए लेकिन अगर आप अनपच या खाना नहीं पचने की समस्या से ग्रसित हैं तो भोजन के बाद इसका सेवन करें।  

तुलसी घनवटी का कितनी मात्र में सेवन करना चाहिए

अगर पतंजलि तुलसी घनवटी कि बात करें तो इसके 1 टैबलेट में 500mg तुलसी का extract होता है। वयस्कों को जरूरत के अनुसार 2-2 टैबलेट दिन में अधिकतम 3 बार तक हीं लेना चाहिए , यदि बच्चा 5 वर्ष से कम आयु का है तो घनवटी का आधा-आधा टैबलेट दिन में दो बार उसे दें, 5-11 वर्ष के बच्चों को 1-1 टैबलेट दिन में दो बार तक दें, 11-18 वर्ष कि आयु-वर्ग के लोग 1-1 टैबलेट दिन में 3 बार तक ले सकते हैं। (सामान्य परिस्थितियों में)

तुलसी घनवटी या तुलसी के नुकसान (Tulsi ghan vati ke Nuksan)

Tulsi ghan vati ke Fayde aur Nuksan– एक पूरानी कहावत है कि जो वस्तु या पदार्थ असरकारी, प्रभावी या फायदेमंद होगा उसका कुछ ना कुछ नुकसान अवश्य होगा। तुलसी भले हीं जड़ी बूटियों कि रानी है लेकिन इसके भी कुछ साइड एफ़ेक्ट्स मौजूद है। तो आईये जानते है तुलसी घनवटी या तुलसी के नुकसान।

तुलसी या तुलसी घनवटी शरीर के रक्त को पतला करती है इसलिए यदि आप की कोई सर्जरी होने वाली है या सर्जरी के कुछ महीने बाद तक तुलसी घन वटी का सेवन नहीं करें।

यदि आप खून जमने से रोकने वाली दवाई ले रहे हैं उस स्थिति में भी तुलसी घनवटी का सेवन नहीं करें।

शुगर के मरीजों को तुलसी घनवटी का सेवन करते समय सावधानी रखनी चाहिए, क्योंकि यदि आप पहले से अपने शुगर को नियंत्रित करने के लिए कोई मैडिसिन ले रहे हैं तो उस स्थिति में तुलसी घनवटी का सेवन करने से आपका शुगर लेवल बहुत अधिक लो अथवा नीचे जा सकता है।

गर्भावस्था के पहिले 3 महीने तक तुलसी घन वटी का सेवन करने से महिलाओं को बचना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था धारण करने के प्रथम तीन माह के दौरान तुलसी घनवटी का सेवन गर्भपात का कारण भी बन सकता है।  

तुलसी घनवटी का अधिक मात्रा में सेवन करने से सीने में जलन, एसिडिटी, और पेट में जलन की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।

तुलसी या तुलसी घनवटी की तासीर कैसी होती है?

तुलसी की तासीर गर्म होती है इसलिए ठंढ के मौसम में तुलसी घनवटी का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है। गर्मियों में तुलसी घनवटी के अधिक सेवन से बचना चाहिए।

पतंजलि तुलसी घनवटी का मूल्य कितना है?

बाज़ार में या पतंजलि स्टोर पर पतंजलि तुलसी घनवटी 90रु में लगभग 80 टैबलेट या 40g के डब्बे के साथ उपलब्ध है। इसके साथ हीं पतंजलि दिव्यशिला तुलसी ड्रोप्स भी मार्केट में उपलब्ध है जिसके 30ml पैक का मूल्य लगभग 150रु है।

किसी कारणवश अगर आपको पतंजलि तुलसी घनवटी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तब आप बैद्यनाथ की अमृत तुलसी का भी प्रयोग कर सकते है इसके 30g पैक की कीमत 199रु है।

Tulsi ghan vati ke Fayde aur Nuksan– तुलसी घनवटी तुलसी के लगभग सभी गुणों से युक्त टैबलेट है जिसके महत्वपूर्ण फायदे और नुकसान के विषय मे आपको उपर बताया गया है। आपको तुलसी घनवटी का सेवन करते समय इस बात का ध्यान रखना है कि तुलसी घनवटी बताए गए रोगों का सम्पूर्ण इलाज़ नहीं है, बल्कि तुलसी घनवटी का सेवन करना इन रोगों में फायदेमंद जरूर है।

यदि आप उपर बताए गए किसी गंभीर रोग से पीड़ित हैं तो सबसे पहले किसी डॉक्टर से परामर्श लें और डॉक्टर के सलाह से हीं तुलसी घनवटी का सेवन करें।

तुलसी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण एवं रोचक प्रश्न और उनके जवाब।

तुलसी शरीर में मौजूद हानिकारक पदार्थों को डिटोक्सिफाय करने में सहता करता है, यह शरीर में  मूत्र कि आवृति को बढ़ाता है जिससे किडनी साफ और स्वस्थ्य रहती है। किडनी में यदि स्टोन है तब तुलसी के पत्ते को पीसकर इसका एक चम्मच रस निकाल लें और इतनी हीं मात्र में इसमे शहद मिलाकर इसका सेवन 3-4 महीने तक करें इससे किडनी स्टोन को खत्म करने में सहायता मिलेगी।  यदि तुलसी के पत्ते उपलब्ध नहीं हैं तो आप उसकी जगह तुलसी घनवटी का भी प्रयोग कर सकते हैं।

तुलसी के पत्ते को पीसकर उसका एक चम्मच रस निकाल लें इतनी हीं मात्रा में इसमे अदरक का रस मिलाएँ और सेवन करें। यदि तुलसी कि ताज़ी पत्तियाँ उपलब्ध नहीं है तो उसकी जगह तुलसी घनवटी का प्रयोग कर सकते हैं।     

तुलसी को इंग्लिश में Basil या Holy Basil भी कहा जाता है।

तुलसी लैमिएशी कुल का पौधा है।

तुलसी का Botanical नाम आसीमम सैक्टम है।

तुलसी को संस्कृत में विष्णुप्रिय या वैष्णवी भी कहते हैं।                 

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