गुरुवार को नेटफ्लिक्स ने एक ऐसा ऐलान किया, जिसने पूरी ग्लोबल एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया है। स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने हॉलीवुड के 100 साल पुराने दिग्गज स्टूडियो वॉर्नर ब्रदर्स को खरीदे जाने की घोषणा कर दी। करीब 72 बिलियन डॉलर यानी करीब 6.47 लाख करोड़ रुपये के आस-पास इस डील को बताया जा रहा है।
नेटफ्लिक्स ने की बड़ी डील
यह अधिग्रहण सिर्फ एक कारोबारी समझौता नहीं, बल्कि कंटेंट की दुनिया में शक्ति संतुलन बदलने वाला कदम माना जा रहा है। नेटफ्लिक्स आने वाले वर्षों में अपनी कंटेंट लाइब्रेरी, प्रोडक्शन क्षमता और ग्लोबल रीच को जिस तरह विस्तारित करना चाहता है- वॉर्नर ब्रदर्स की ये खरीदारी उसमें गेम चेंजर साबित हो सकती है।
यह खबर भी पढ़ें:राशा थडानी से अहान पांडे तक, इस साल इन स्टार किड्स ने किया डेब्यू; बॉक्स ऑफिस पर किसने दिखाया कितना दम?
नेटफ्लिक्स बोर्ड मीटिंग के बाद हुआ ऐलान
नेटफ्लिक्स बोर्ड मीटिंग के बाद CEO टेड सारंडोस ने घोषणा करते हुए कहा कि यह अधिग्रहण उनकी कंपनी को अगली बड़ी छलांग देगा। वॉर्नर ब्रदर्स के पास ‘हैरी पॉटर’, ‘डीसी यूनिवर्स’, ‘बैटमैन’, ‘द बिग बैंग थ्योरी’, ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’, ‘द सोप्रानोस’ जैसी वर्ल्ड-फेमस फ्रेंचाइजियां हैं। इन फिल्मों और सीरीज के नेटफ्लिक्स पर आने से प्लेटफॉर्म की कंटेंट लाइब्रेरी अब तक की सबसे बड़ी हो जाएगी। दूसरी ओर, वॉर्नर ब्रदर्स, जो 1923 में स्थापित हुआ था, पिछले कुछ वर्षों से बदलावों और बड़े कॉम्पीटिशन का सामना कर रहा था। नेटफ्लिक्स का अधिग्रहण स्टूडियो के लिए एक मजबूत सहारा माना जा रहा है।
कैसे होगी ये डील पूरी?
इस डील को लेकर इसके अलावा जो अहम जानकारी निकलकर सामने आ रही है उसमे डील कैसे पूरी होगी, ये बताया गया है।
• नेटफ्लिक्स कैश और अपने शेयर दोनों से भुगतान करेगा।
• डिज्नी और अमेजन भी दावेदार थे, लेकिन नेटफ्लिक्स की बोली सबसे ऊंची रही।
• रेगुलेटरी अप्रूवल मिलने पर यह सौदा अगले साल की पहली तिमाही में पूरा हो सकता है।
• दोनों कंपनियों के मिल जाने के बाद लगभग 42 करोड़ ग्लोबल सब्सक्राइबर्स एक ही स्ट्रीमिंग इकोसिस्टम में आ जाएंगे।
नेटफ्लिक्स के हिस्से में अब क्या?
डील के बाद नेटफ्लिक्स को एचबीओ और एचबीओ मैक्स की विशाल लाइब्रेरी भी मिल जाएगी। यानी अब फ्रेंड्स, डीसी फिल्मों से लेकर एचबीओ शोज भी नेटफ्लिक्स के कंटेंट यूनिवर्स का हिस्सा होंगे।एंटरटेनमेंट एनालिस्ट्स का मानना है कि यह मर्जर आने वाले समय में छोटे स्टूडियोज पर भारी दबाव बढ़ा देगा और स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री का ढांचा पूरी तरह बदल सकता है।



