जब आप टीवी पर ‘बिग बॉस 19’ को देखते हैं तो आपको स्क्रीन पर सिर्फ कंटेस्टेंट्स नजर आते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पर्दे के पीछे यह शो किस तरह चलता है? कैसे हर कंटेस्टेंट की हर हरकत, हर बातचीत, हर रिएक्शन पर कैमरों की निगरानी रहती है? आइए जानते हैं, बिग बॉस 19 के सेट से जुड़ी वो बातें जिनके बारे में शायद ही आपको पता होगा।
शीशे के पीछे छिपे हैं कैमरे
बिग बॉस के घर की सबसे दिलचस्प बात यह है कि घर में लगे शीशे जिनमें प्रतिभागियों को उनकी शक्ल नजर आती हैं, उन्हीं शीशों में से मेकर्स कंटेस्टेट्स को देख सकते हैं। इसे‘कैमरा गली’ कहते हैं। यह वो जगह है जहां से टीम 24 घंटे कंटेस्टेंट्स पर नजर रखती है। यहां के क्रू मेंबर सिर्फ ब्लैक कपड़े पहन सकते हैं ताकि वन-वे मिरर में उनका रिफ्लेक्शन न दिखे। मेकर्स काले कपड़ों में इन शीशों के पीछे से कंटेस्टेंट्स को आसानी से देख सकते हैं और उनकी हरकतों पर भी नजर रखते हैं।
1000 लोगों की मेहनत से बनता है एक शो
सेट पर मौजूद प्रोडक्शन हेड सर्वेश से जब अमर उजाला ने बातचीत की तो उन्होंने कहा, ‘यह शो बनाना किसी फिल्म से कम नहीं है। सिर्फ एक एपिसोड आप तक पहुंचाने के लिए 800 से 900 लोगों की मेहनत लगती है।’ गोरेगांव फिल्म सिटी में बना यह सेट लगभग 2 एकड़ में फैला है। यहां एडिटिंग रूम, मेडिकल यूनिट, मीटिंग एरिया और कैमरा गली जैसी जगहें हैं, जहां से कंटेस्टेंट की हर मूवमेंट पर नजर रखी जाती है।
कंटेस्टेंट्स के लिए मेडिकल रूम और डॉक्टर की ड्यूटी 24 घंटे
इसके अलावा अंदर रहने वालों के लिए मेडिकल टीम हर समय तैनात रहती है। एक डॉक्टर दिन में 12 घंटे और दूसरा डॉक्टर रात में 12 घंटे की शिफ्ट में काम करता है। कोई चोट, तनाव या स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो, तुरंत मदद उपलब्ध होती है।
