बिहार की वूशु खिलाड़ी ईशा मिश्रा एक बार फिर राज्य और देश का नाम ऊंचा करने पूरी तरह तैयार हैं। 10वें वर्ल्ड कुंगफू चैंपियनशिप 2025 में वह बिहार की एकमात्र महिला खिलाड़ी हैं। उनका चयन भारतीय वूशु संघ ने किया है और अब वह टीम में शामिल होकर देश और बिहार का नाम रौशन करेंगी। यह प्रतियोगिता 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चीन के एमिशान प्रांत में आयोजित की जा रही है।
भारतीय वूशु संघ ने देश भर से कुल 22 महिला और पुरुष खिलाड़ियों का चयन किया है, जिसमें ईशा मिश्रा बिहार से एकमात्र महिला खिलाड़ी हैं। वह आज चीन के लिए रवाना हो चुकी हैं, जहां वह अपने दमखम और कौशल का प्रदर्शन करेंगी।
ईशा मिश्रा बिहार वूशु संघ के फाउंडर और अंतरराष्ट्रीय वूशु कोच एवं जज दिनेश मिश्रा की बेटी हैं। कम उम्र से ही उन्होंने इस खेल में कई मेडल जीतकर बिहार का नाम ऊंचा किया है। ईशा ने वूशु मार्शल आर्ट्स का प्रशिक्षण अपने पिता दिनेश मिश्रा से लिया है, जिसके कारण वह राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीत चुकी हैं।
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एक बार फिर वह अपने कुशल प्रशिक्षण और अनुभव की बदौलत देश का नाम रौशन करने के लिए तैयार हैं। बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मेडल लाओ, नौकरी पाओ’ योजना के तहत ईशा मिश्रा राजगीर में नौकरी कर रही हैं। उनके वूशु खेल के प्रति समर्पण और मेहनत ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका दिला रही है।
टीम में कोच की भूमिका में शम्भू सेठ और टीम मैनेजर के रूप में संदीप बेनीवाल को शामिल किया गया है। ईशा मिश्रा की इस उपलब्धि पर उनकी माता एवं बिहार वूशु संघ की महासचिव श्रीमती सुमन मिश्रा ने अपनी प्रसन्नता जाहिर की और बेटी को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ईशा मिश्रा ने खेल में लिंग के अंतर को खत्म कर दिया है और आज मुझे अपनी बेटी पर बहुत गर्व है।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्र शंकरन, बिहार वूशु संघ के अध्यक्ष डॉ. अमूल्य कुमार सिंह, उपाध्यक्ष मुकुटमणि, डॉ. बी. प्रियम, सतीश कुमार, संजय श्रीवास्तव समेत संघ के सभी पदाधिकारियों ने खुशी व्यक्त की और ईशा मिश्रा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सभी ने बिहार की इस होनहार खिलाड़ी को शुभकामनाएं दी हैं।
