बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के द्वितीय चरण के लिए हो रहे नामांकन के दूसरे दिन मंगलवार को औरंगाबाद में नाम निर्देशन का खाता खुल गया। इस कड़ी में पहला नामांकन नबीनगर विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज प्रत्याशी अर्चना चंद्र ने दाखिल किया जबकि दूसरा नामांकन औरंगाबाद से निर्दलीय प्रत्याशी सत्येंद्र प्रसाद ने किया। वही तीसरा नामांकन गोह से निर्दलीय प्रत्याशी अमित कुमार ने किया है।
समर्थकों के साथ आकर भरा पर्चा
नामांकन के पूर्व नबीनगर की जन सुराज प्रत्याशी अर्चना चंद्र अपने बारूण स्थित आवास पर पूजा पाठ और बड़े बुजुर्गों का आर्शीवाद लेने के बाद समर्थकों और शुभेच्छुओं के साथ दर्जनों वाहनों के काफिले के साथ औरंगाबाद के लिए निकली। रास्ते में भी उनके समर्थक काफिले में साथ हुए और अपने प्रत्याशी के समर्थन में नारेबाजी करते हुए औरंगाबाद शहर के दानी बिगहा बस स्टैंड के पास पहुंचे, जहां वाहनों की पार्किंग हुई। इसके बाद अर्चना महिलाओं की टीम और समर्थकों के साथ पैदल ही जिला समाहरणालय पहुंची, जहां उन्होंने नबीनगर के निर्वाची पदाधिकार सह औरंगाबाद के भूमि सुधार उप समाहर्ता श्वेतांक लाल के कक्ष में पहुंचकर उनके समक्ष नामांकन का परचा दाखिल किया। परचा दाखिल कर समाहरणालय के मुख्य द्वार से बाहर निकलते ही अर्चना को समर्थकों ने फूलो की माला से लाद दिया और उनके समर्थन में गगनभेदी नारे लगाए।
पढे़ं;जनसुराज सेअमित कुमार दास ने मुजफ्फरपुर नगर सीट से भरा पर्चा, कार्यकर्ता रहे मौजूद
नामांकन के बाद अर्चना ने कहा- विपक्षी गठबंधन लड़ते रह जाएंगे
नामांकन के बाद अर्चना चंद्र ने कहा कि विपक्ष के दोनो गठबंधन ने बिहार की तीन पीढ़ियों को बर्बाद किया है और राज्य को बर्बादी के गर्त से निकाल कर विकसित बिहार बनाने की जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जंग छेड़ा है। इस जंग में उन्होने मुझे नबीनगर की जिम्मेवारी देते हुए औरंगाबाद जिले का पहला जन सुराज प्रत्याशी बनाया है। इसके लिए मैं प्रशांत किशोर की ऋणी हूं।
कहा कि विपक्ष की सीट शेयरिंग की लड़ाई को राज्य की जनता देख रही है और जबतक वें अपने झगड़े को निपटाएंगे तबतक जन सुराज पूरा बिहार कैप्चर कर लेगा। उन्होंने कहा कि जन सुराज चेहरे, जाति और समीकरण के नाम पर वोट की बात नही कर रहा है बल्कि हम राज्य को बर्बादी से बचाने और विकास के मामले में 28वें पायदान पर आ गए बिहार को शीर्ष पर ले जाने की बात कर रहे है।
बिहार के मुद्दे पर बात कर रहे है। राज्य के विकास और पलायन के मुद्दे पर बात कर रहे है। ऐसी बात वों नही कर रहे। वों सिर्फ चेहरा, जाति और समीकरण की बात कर रहे है और सीट शेयरिंग को लेकर झगड़ रहे है। उनके झगड़े को पूरा बिहार देख रहा है और बिहार की जनता इस विधानसभा चुनाव में जवाब देने जा रही है। उन्होने चुनावी जीत की रणनीति के सवाल पर कहा कि रणनीति बताई नही जाती बल्कि रणनीति रिजल्ट होता है।
औरंगाबाद व गोह से एक-एक निर्दलीय ने सादगी से भरा पर्चा
वहीं औरंगाबाद से निर्दलीय प्रत्याशी सत्येंद्र प्रसाद पूरी सादगी से समर्थकों के बगैर निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी संतन कुमार सिंह के कक्ष में पहुंचे और उनके समक्ष नाम निर्देशन पत्र दाखिल किया। इसी प्रकार गोह विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी अमित कुमार सादगी के साथ दाउदनगर आए और उन्होने गोह ने निर्वाची पदाधिकारी सह दाउदनगर के अनुमंडल पदाधिकारी अमित राजन के समक्ष नामांकन का परचा दाखिल किया।
