नवादा की राजनीति में सोमवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला। पूर्व श्रम राज्यमंत्री राजवल्लभ प्रसाद यादव की पत्नी और नवादा सदर की निवर्तमान विधायक विभा देवी तथा रजौली के निवर्तमान विधायक प्रकाशवीर ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) छोड़कर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की सदस्यता ग्रहण कर ली। इन दोनों नेताओं ने पटना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और विधान पार्षद संजय गांधी की मौजूदगी में जदयू की सदस्यता ली। इस मौके पर राजवल्लभ यादव के भतीजे और विधान पार्षद अशोक कुमार भी मौजूद थे, जो पहले ही जदयू में शामिल हो चुके हैं। अशोक कुमार के पार्टी बदलने के बाद से ही विभा देवी और प्रकाशवीर के जदयू में आने की अटकलें तेज थीं, जो अब सच साबित हुईं।
तेजस्वी से नाराजगी और टिकट कटने की आशंका बनी कारण
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा चुनाव के दौरान जब तेजस्वी यादव ने नवादा से श्रवण कुशवाहा को महागठबंधन का उम्मीदवार बनाया था, तब विभा देवी और प्रकाशवीर ने इसका विरोध किया था। उस समय राजवल्लभ यादव के भाई विनोद यादव ने नवादा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और इन दोनों नेताओं ने उनके पक्ष में प्रचार किया था।
इससे राजद नेतृत्व, खासकर तेजस्वी यादव, नाराज चल रहे थे। पार्टी से टिकट कटने की आशंका के बीच दोनों नेताओं ने रविवार को राजद से इस्तीफा दे दिया और सोमवार को जदयू में शामिल हो गए।
गया में पीएम मोदी की रैली से मिल चुके थे संकेत
गया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान जब विभा देवी और प्रकाशवीर मंच पर नजर आए थे, तभी से उनके एनडीए में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। अब यह कयास हकीकत में बदल गए हैं।
अब आमने-सामने होंगे पुराने सहयोगी
राजनीतिक समीकरण के मुताबिक, एनडीए में नवादा सदर सीट जदयू के खाते में है, जबकि रजौली सीट भाजपा के पास है। ऐसे में विभा देवी का जदयू से और प्रकाशवीर का भाजपा से उम्मीदवार बनना लगभग तय माना जा रहा है। दूसरी ओर, जदयू के पूर्व विधायक कौशल यादव, उनकी पत्नी पूर्णिमा यादव और पूर्व विधान पार्षद सलमान रागिब उर्फ मुन्ना मियां पहले ही राजद में शामिल हो चुके हैं। इस तरह नवादा की राजनीति में अब पुराने साथी एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में होंगे।
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नवादा में दिलचस्प होगी चुनावी जंग
इस घटनाक्रम ने नवादा जिले की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। जहां राजद को बड़ा झटका लगा है, वहीं जदयू और भाजपा की स्थिति मजबूत होती दिख रही है। आगामी विधानसभा चुनाव में नवादा और रजौली सीटों पर मुकाबला बेहद रोचक और कड़ा होने की संभावना है।
