मधुबनी जिले की 10 विधानसभा सीटों में से झंझारपुर विधानसभा सीट को बेहद महत्वपूर्ण और वीआईपी सीट माना जाता है। इस सीट पर एनडीए के भाजपा प्रत्याशी नीतीश मिश्रा होंगे, हालांकि औपचारिक घोषणा अभी बाकी है। इस सीट का सबसे बड़ा चेहरा पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का आगाज हो चुका है। चुनाव की विगुल बजते ही सभी दलों के संभावित उम्मीदवार सक्रिय हो गए हैं। सीटों का बंटवारा भी पूरा हो चुका है।
मधुबनी की झंझारपुर विधानसभा सीट समाजवादी और कांग्रेसियों का पारंपरिक गढ़ रही है। इस सीट से कांग्रेस के जगन्नाथ मिश्रा ने 1972 से 1990 के बीच पांच बार चुनाव जीते और तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री भी बने। अब उनके बेटे नीतीश मिश्रा इस सीट से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जिले में कुल 10 विधानसभा सीटें हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में मधुबनी की 10 सीटों में से 8 सीटों पर एनडीए की जीत हुई, जबकि दो सीटें महागठबंधन के राजद के खाते में गईं।
झंझारपुर विधानसभा सीट के हालिया चुनाव की बात करें तो 2020 में भाजपा के नीतीश मिश्रा को जीत मिली। उन्होंने सीपीआई के राम नारायण यादव को 41,788 वोटों के बड़े अंतर से हराया। नीतीश मिश्रा को कुल 94,854 वोट मिले, जबकि राम नारायण यादव को 53,066 वोट प्राप्त हुए। अगर 2015 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो उस समय राष्ट्रीय जनता दल के गुलाब यादव विजयी हुए थे, जिन्होंने भाजपा के नीतीश मिश्रा को मात्र 834 वोटों से परास्त किया।
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नीतीश मिश्रा जदयू से तीन बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 2010 के चुनाव में और 2005 के फरवरी और नवंबर में हुए चुनावों में जदयू से जीत हासिल की। उन्होंने बिहार सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री और गन्ना मंत्री के पद भी संभाले। दोनों चुनावों में आरजेडी दूसरे नंबर पर थी।
इससे पहले, 2000 में राजद के जगदीश नारायण चौधरी, और 1995 में जनता दल के राम अवतार चौधरी इस सीट से विजयी रहे थे। अब देखना यह है कि 2025 के चुनाव में एनडीए के नीतीश मिश्रा कितने मतों से जीत पाते हैं, क्योंकि इस बार उनकी मुख्य चुनौती महागठबंधन से होगी।
