बाढ़ विधानसभा के राजद प्रत्याशी कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया ने शनिवार को बाढ़ के व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण किया। उच्च न्यायालय द्वारा उनकी जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन्हें अदालत के आदेश पर हिरासत में लिया गया और सरेंडर के लगभग छह घंटे बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में बाढ़ जेल भेज दिया गया।
लल्लू मुखिया हत्या के एक मामले में फरार चल रहे थे। पुलिस उनके खिलाफ लगातार छापेमारी कर रही थी, लेकिन चुनाव के दौरान गिरफ्तारी से बचने के लिए वे भूमिगत हो गए थे। चुनाव से पहले पुलिस ने उनके घर की कुर्की भी की थी, बावजूद इसके उन्होंने सरेंडर नहीं किया।
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कर्णवीर सिंह यादव पहले अनंत सिंह के करीबी रहे हैं और अक्सर मुंगेर सांसद ललन सिंह पर मामलों में फंसाने का गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। चुनाव के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कुछ महीनों के लिए उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी, जिससे उन्हें अस्थायी राहत मिली। राहत अवधि समाप्त होने के बाद लल्लू मुखिया ने शनिवार को बाढ़ कोर्ट पहुंचकर आत्मसमर्पण किया। 2023 में हत्या के एक मामले में उन्हें प्राथमिकी में मुख्य अभियुक्त बनाया गया था।