मुजफ्फरपुर में एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर की जगह कंपाउंडर इलाज कर रहे थे, जिसके कारण मरीज की जान चली गई। घटना ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत चिकित्सा मंडी, जूरन छपरा की है।
मृतक की पहचान जैतपुर थाना क्षेत्र निवासी 22 वर्षीय भोला कुमार के रूप में हुई है, जो मजदूरी का काम करता था। परिजनों के अनुसार, वे शुक्रवार दोपहर सरैया से मरीज को इलाज के लिए यहां भर्ती कराने लाए थे। भर्ती के बाद से ही लगातार पैसों की मांग की जा रही थी, लेकिन इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही थी।
परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टर मरीज को देखने तक नहीं आए। डॉक्टर की जगह कंपाउंडर इलाज करता रहा। जब मरीज की हालत बिगड़ती गई और परिजन डॉक्टर से मिलने की बात करते रहे, तो उन्हें रोका गया। अंततः मरीज की मौत हो गई।
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मृत्यु के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा और बवाल किया। सूचना मिलने पर ब्रह्मपुरा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। इस दौरान अस्पताल के कई कर्मी फरार बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ब्रह्मपुरा थाना पुलिस का कहना है कि अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है। परिजनों से आवेदन मिलने के बाद मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि गरीब मरीजों के साथ की गई इस लापरवाही पर सख्त कार्रवाई हो और दोषियों को सजा मिले।
