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Durgapur Case: दुष्कर्म के तीनों आरोपियों की अदालत में पेशी; पीड़िता के पिता बोले- हम बंगाल में सुरक्षित नहीं

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Durgapur Case: दुष्कर्म के तीनों आरोपियों की अदालत में पेशी; पीड़िता के पिता बोले- हम बंगाल में सुरक्षित नहीं

पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले में एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा से ‘सामूहिक दुष्कर्म’ के मामले में रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की पहचान शेख रियाजउद्दीन उर्फ मंटू, अप्पू बाउरी और फिरदौस शेख हैं, के रूप में हुई है जो बिजड़ा गांव के निवासी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हमने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। यह एक बेहद संवेदनशील मामला है और हम आगे की जानकारी बाद में देंगे।’

किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी- सीएम ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले पर कहा, ‘आप मुझे बताइए कि ओडिशा में तीन सप्ताह पहले समुद्र तट पर तीन लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुआ, ओडिशा सरकार ने क्या कार्रवाई की और बंगाल में अगर महिलाओं के साथ कुछ भी होता है तो हम इसे सामान्य मामला नहीं मानते, यह एक गंभीर मामला है। वह लड़की निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ रही थी, इसलिए निजी मेडिकल कॉलेज की जिम्मेदारी है कि वे रात के 12.30 बजे कैसे बाहर आ गईं। जहां तक मुझे पता है कि यह वन क्षेत्र में हुआ था, इसलिए 12.30 बजे मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, जांच जारी है… पुलिस जांच कर रही है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। तीन लोग पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं… अगर ऐसा दूसरे राज्यों में भी होता है तो भी यह निंदनीय है। हमने उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा में भी ऐसे कई मामले देखे हैं, इसलिए सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।’

आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट डीसीपी अभिषेक गुप्ता ने बताया कि, ‘अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें आज अदालत में पेश किया गया है। आगे की जांच जारी है और सब कुछ प्रोटोकॉल के अनुसार चल रहा है। सभी जांच चल रही हैं।’

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दोस्त के साथ बाहर खाना खाने गई थी छात्रा

पुलिस ने शनिवार को बताया कि ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली एक मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ दुर्गापुर में कुछ लोगों ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया।छात्रा की हालत अब स्थिर बताई जा रही है, उसका अस्पताल में ही इलाज चल रहा है और उसने पुलिस को अपना बयान दे दिया है। यह घटना शोभापुर के पास स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में हुई। छात्रा रात करीब 8:30 बजे अपने एक पुरुष मित्र के साथ कॉलेज कैंपस के बाहर खाना खाने गई थी। इस दौरान कैंपस गेट के पास ही एक आरोपी ने उसे जबरन पीछे के सुनसान इलाके में खींच लिया और दुष्कर्म की वारदात को किया। इसके बाद बाकी आरोपियों ने भी घिनौने कृत्य को अंजाम दिया।

पुलिस की कार्रवाई जारी

मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी दो की तलाश में जारी है। कॉलेज स्टाफ और छात्रा के साथ आए दोस्त से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस परिसर के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि अपराधियों की पहचान और पुख्ता की जा सके।

ओडिशा सीएम ने पीड़िता के पिता से बात की

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पीड़िता के पिता से फोन पर बात की और उन्हें राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। सीएम माझी के हवाले से, सीएमओ की एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘आपकी बेटी के बारे में जानकर मुझे बेहद दुख और गहरा सदमा पहुंचा है। मैं उस पिता की मानसिक स्थिति को समझ सकता हूं जिसकी बेटी के साथ ऐसी घटना हुई। इस मुश्किल घड़ी में राज्य सरकार पूरी तरह आपके साथ है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार फिलहाल मेडिकल छात्रा के शीघ्र स्वस्थ होने और उसके सामान्य जीवन जीने की क्षमता पर जोर दे रही है।

पीड़िता के पिता ने खतरे की जताई आशंका

वहीं पीड़िता के पिता ने अपनी बेटी के स्वास्थ्य की जानकारी साझा करते हुए बताया कि, ‘वह चलने में असमर्थ है और बिस्तर पर पड़ी है। मुख्यमंत्री, डीजी, एसपी और कलेक्टर सभी हमारी बहुत मदद कर रहे हैं और नियमित रूप से उसके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ कर रहे हैं… मैंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वे हमें मेरी बेटी को यहां से ओडिशा ले जाने दें, किसी सुरक्षित स्थान पर, क्योंकि यहां उसकी सुरक्षा खतरे में है… हमने उनसे अनुरोध किया है कि वे हमें उसे ले जाने दें।’

सीएम ममता बनर्जी से ओडिशा के मुख्यमंत्री ने की अपील

सीएम माझी ने पीड़िता के पिता को बताया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आग्रह किया है। सीएम ने कहा कि ओडिशा के एक वरिष्ठ अधिकारी पश्चिम बंगाल सरकार के संपर्क में हैं और सभी आवश्यक कानूनी सहायता प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने बालासोर जिले के एसपी को दुर्गापुर पुलिस के संपर्क में रहने और आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है। सीएम ने पीड़िता के पिता को परिवार की जरूरत के अनुसार अन्य सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उसके पिता ने मुख्यमंत्री को उनकी सहानुभूति और सहायता के लिए धन्यवाद दिया।

घटना पर राजनीतिक बयानबाजी जारी

इस घटना ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दलों के बीच राजनीतिक बयानबाजी शुरू कर दी है।इस घटना पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने चिंता व्यक्त की और पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी से अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया।भाजपा ने इस घटना को लेकर टीएमसी सरकार पर तीखा हमला बोला। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, ‘पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। जब तक टीएमसी सरकार जवाबदेह नहीं ठहराई जाती, महिलाएं डर में जीती रहेंगी।’ इसके जवाब में टीएमसी मंत्री शशि पंजा ने भाजपा पर ‘संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘यह राजनीति का समय नहीं है। पुलिस जांच कर रही है। भाजपा को पहले अपने राज्यों में हो रहे अपराधों पर ध्यान देना चाहिए।’सपा सांसद डिंपल यादव ने भी कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध केवल बंगाल तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में भी पिछले 10 वर्षों में ऐसे अपराध दोगुने से ज्यादा बढ़े हैं। सरकारों को राजनीतिक आरोप लगाने के बजाय ठोस कदम उठाने चाहिए।’ वहींभाजपा नेता राम कदम ने कहा, ‘ममता बनर्जी की सरकार गुंडों की सरकार है, उनकी पार्टी के सदस्य खुलेआम लोगों को पीटते हैं, बंगाल में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं, पहले भी कई भाजपा नेताओं को निशाना बनाया गया है…उनका अहंकार नहीं चलेगा…आगामी चुनावों में बंगाल की जनता उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएगी।’

धर्मेंद्र प्रधान ने मांगी निष्पक्ष जांच

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मेडिकल छात्रा के साथ हुए कथित दुष्कर्म की घटना को निंदनीय और दर्दनाककरार दिया और पीड़िता के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दोषियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच, त्वरित कार्रवाई और सख्त सजा सुनिश्चित करने की अपील की।

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डॉक्टर संगठन ने की वारदात की निंदा

इस घटना ने पिछले साल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई जघन्य वारदात की याद ताजा कर दी है, जब एक जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी। उस समय राज्यभर में बड़े पैमाने पर विरोध हुआ था। पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फ्रंट (WBDF) ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। संगठन ने कहा कि यह एक और डरावनी याद है कि महिलाएं अब भी शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई से इस मामले में स्वत: संज्ञान लेकर न्यायिक जांच की मांग की है।

पीड़िता से मिलेगी एनसीडब्ल्यू की टीम

उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की एक टीम पीड़िता और उसके माता-पिता से मिलने दुर्गापुर जा रही है। एनसीडब्ल्यू सदस्य अर्चना मजूमदार ने कहा, बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। पुलिस ऐसे मामलों में कोई सक्रिय कदम नहीं उठा रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करूंगी कि वे आगे आएं और इस तरह के अपराधों में वृद्धि को रोकने के लिए मिलकर काम करें। वहींओडिशा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष शोवना मोहंती ने कहा, ‘ओडिशा महिला आयोग की अध्यक्ष होने के नाते, मैंने महिलाओं के विरुद्ध अपराधों के संबंध में महानिदेशक और महानिरीक्षक को पत्र लिखा है। मैं और मेरी टीम इस मामले की जांच के लिए पश्चिम बंगाल जा रहे हैं। मैं बालासोर से हूं और बालासोर की इस एमबीबीएस छात्रा के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है… मैं पीड़िता के माता-पिता के लगातार संपर्क में हूं।’

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