भारतीय टीम में ईशान किशन की टी20 विश्व कप 2026 के लिए वापसी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि राष्ट्रीय चयन का आधार सिर्फ आईपीएल नहीं, बल्कि घरेलू क्रिकेट में निरंतर प्रदर्शन होना चाहिए। महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर और पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इशान के चयन को घरेलू क्रिकेट के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का इनाम बताया है।
ईशान किशन की वापसी पर क्या बोले गावस्कर?
गावस्कर ने कहा कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में ईशान किशन का शानदार प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। लंबे समय तक टीम से बाहर रहने के बाद ईशान ने झारखंड को खिताब दिलाया और खुद बेहतरीन फॉर्म में नजर आए। गावस्कर के मुताबिक, ‘जब कोई खिलाड़ी प्रदर्शन करता है, तो उसे चुना जाना चाहिए। ईशान की मौजूदा फॉर्म बताती है कि चयन का आधार घरेलू क्रिकेट होना चाहिए, न कि सिर्फ आईपीएल।’
गिल के बाहर होने से हैरान हुए गावस्कर
हालांकि, गावस्कर ने शुभमन गिल को टी20 टीम से बाहर किए जाने को हैरान करने वाला फैसला बताया, लेकिन यह भी माना कि टी20 क्रिकेट में लय और तेज शुरुआत बेहद अहम होती है। उनके अनुसार, गिल का स्वाभाविक खेल टेस्ट क्रिकेट के ज्यादा अनुकूल है और टी20 में फॉर्म की कमी उनके खिलाफ गई।
भज्जी ने की चयन समिति की तारीफ
पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने भी चयन समिति, खासकर मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि टीम संयोजन को प्राथमिकता दी गई और गिल को बाहर करना भले ही मुश्किल फैसला रहा हो, लेकिन यह सही था। हरभजन ने इशान किशन और रिंकू सिंह की वापसी को सकारात्मक कदम बताया और अक्षर पटेल को उपकप्तान बनाए जाने को भी शानदार फैसला करार दिया।
‘घरेलू क्रिकेट को ईशान ने दिया सम्मान’
वहीं रविचंद्रन अश्विन ने ईशान किशन की वापसी को फुल सर्कल मोमेंट बताया। अश्विन के मुताबिक, ईशान को टीम से बाहर किए जाने और अब दोबारा चुने जाने की वजह एक ही है, घरेलू क्रिकेट के प्रति सम्मान। उन्होंने कहा कि ईशान ने बुची बाबू टूर्नामेंट, रणजी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में झारखंड के लिए खेलकर यह दिखाया कि वह क्रिकेट को वह सम्मान दे रहे हैं, जिसका वह हकदार है। अश्विन ने कहा, ‘ईशान किशन ने घरेलू क्रिकेट की पूरी प्रक्रिया से खुद को गुजारा। यही वजह है कि आज चयन उनके लिए इनाम बनकर आया है।’ उनके अनुसार, ईशान अब एक अधिक परिपक्व और जिम्मेदार क्रिकेटर बनकर उभरे हैं।
